सर्दी की धूप
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_*हवाएँ हो गई है सर्द,*_
_*आओ धूप में कुछ पल बिता लें।*__
_*कहें कुछ अपने मन की,*_
_*रिश्तों पर जमी बर्फ पिघला लें।*_
_*चटक से तोड़ें मूंगफली,*_
_*फैलायें छिलके छत परकुछ दाने खा लें।*_
_*अवसाद भरे जीवन की दौड़ धूप में,*_
_*थक से गये हो, कुछ देर सुस्ता ले।*_
_*बातों के तिल का,ताड़ नही,*_
_*तिल में थोड़ा गुड़ मिला लें।*_
_*खाएं गजक वाणी में*_
_*थोड़ी मिठास बना लें।*_