हमारे देश में हर वर्ष 16 नवम्बर को राष्ट्रीय प्रेस दिवस मनाया जाता है। 16 नवम्बर 1966 से ही भारतीय प्रेस परिषद ने अपना विधिवत कार्य करना शुरू किया था। तभी से प्रतिवर्ष 16 नवम्बर को राष्ट्रीय प्रेस दिवस के रूप में मनाया जाता है। राष्ट्रीय प्रेस दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य देश में आम लोगों को प्रेस के बारे में जागरूक करना व उनको प्रेस के नजदीक लाना है। कार्यक्रम का संचालन करत हुए प्रेस क्लव के सचिव राजेश शर्मा ने बताया हें कि राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर आज 16 नवम्बर शनिवार को शाम 4:00 बजे फूलबाग स्थित प्रेस क्लब भवन मे ग्वालियर प्रेस क्लब औऱ मध्यप्रदेश पत्रकार संघ के सयुक्त तत्वाधान मे संगोष्ठी का आयोजन किया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राकेश आंचल कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार डॉ राम विद्रोही ने की। इस अवसर पर डॉ राम विद्रोही ने कहा कि आज पत्रकारिता पर एक बहुत बड़ा संकट है हमको समाज में अपनी विश्वविनयता कायम करने के लिए और अधिक मैदान में जाकर कार्य करना पड़ेगा राकेश अचल में कहां कि मध्य प्रदेश सरकार मध्यप्रदेश में प्रेस परिषद का गठन कर वैधानिक दर्जा दिया जाए वरिष्ठ पत्रकार सुरेश दंडोतिया ने कहा कि दुनियाभर के लोकतांत्रिक देशों में कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधायिका के साथ प्रेस को चौथा स्तम्भ माना जाता है। प्रेस इनको जोड़ने का काम करती है। प्रेस की स्वतंत्रता के कारण ही कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधायिका को मजबूती के साथ आम आवाम की भावना को अभिव्यक्त करने का अवसर हासिल होता है। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार गुरशरण सिंह में अपने संबोधन में कहा कि मध्यप्रदेश में पत्रकार सुरक्षा अधिनियम जल्दी लागू किए जाने हेतु जरूरत है पत्रकार सुरक्षा अधिनियम लागू करने हेतु जल्दी ही मुख्यमंत्री कमलनाथ जी को ज्ञापन दिया जाएगा । इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार दिनेश राव,, प्रदीप तोमर, अजय मिश्रा,जोगेन्द्र सैन ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए अपने विचार व्यक्त किए।
16 नवम्बर को राष्ट्रीय प्रेस दिवस